राजधानी में कौन क्या बनेगा
इस पुस्तक में आने वाली नई दुनिया की राजधानी में प्राप्त होने वाले ऊँचे-नीचे पद, मान-मर्तबों से संबंधित महावाक्य हैं, जिससे यह ज्ञात होता है कि किस प्रकार के पुरुषार्थ से महाराजा, राजा, राज्याधिकारी, साहूकार, प्रजा, दास-दासी अथवा चाण्डाल-चाण्डालनी के पद बनते हैं।